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अब महिलाओं को मिलेगा ये सम्मान कोई नही कर सकेगा कभी भी उनका अपमान

भारत भूमि वह पावन भूमि रही है जिस पर कई साल पहले से ही देवी-पूजन होता रहा हैं और यहाँ बेटियों को देवी का स्वरूप माना गया हैं फिर भी न जाने आये-दिन बेटिया कितनी परेशानियां झेलती रहती हैं लेकिन कन्या भ्रूण हत्या जब भी सुनता हूँ दिल भी रो जाता हैं आखिर उस नन्ही कली ने क्या गुनाह किया था।लेकिन अब लगता हैं ये सब समस्याएँ इतिहास हो जायेगी।
क्योकी अब उनके बेहतर भविष्य की रूप-रेखा तैयार हो गयी है।
माँ! मैं भी जीना चाहती हूँ
तेरे आँगन की बगिया में
चाहती मैं हूँ पलना
पायल की छमछम करती माँ!
चाहती मैं भी चलना
तेरी आँखों का तारा बन
चाहती झिलमिल करना
तेरी सखी सहेली बन माँ!
चाहती बाते करना
तेरे आँगन की बन तुलसी
चाहती मैं हूँ बढ़ना
मान तेरे घर का बन माँ!
चाहती मैं भी पढ़ना
हाथ बँटाकर काम में तेरे
चाहती हूँ कम करना
तेरे दिल के प्यार का गागर
चाहती मैं भी भरना
मिश्री से मीठे बोल बोलकर
चाहती मैं हूँ गाना
तेरे प्यार दुलार की छाया
चाहती मैं भी पाना
चहक-चहक कर चिड़ियाँ सी
चाहती मैं हूँ उड़ना
महक-महक कर फूलों सी
चाहती मैं भी खिलना।
कुछ वर्ष पहले से भारत में बेटियों की पेट मे ही नृशंस हत्या जैसा घिनौना काम हो रहा है और कुछ लोग इसका मात्र
व्यसाय कर रहे हैं।
लेकिन कुछ सालो से लोगो की सोच मे सराहनीय बदलाव आया जो भविष्य के लिये शुभ संकेत है।कुछ सालो से बेटियों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में किया गया कार्य और उनका सहयोग उलेखनीय है जो हमेशा इतिहास के पन्नों पर सुनहरे अक्षरो में लिखा जायेगा।
बेटियों के इस अभियान मे उनके साथ बहुत सारे लोगों,सरकारी व गैर-सरकारी संस्थाओ,केंद्र व राज्य सरकारों का महत्वपूर्ण योगदान रहा हैं।
आज हम आपको एक विशेष संस्था के बारे मे बता रहे है जिसने फिर से नन्ही सी बेटियों को समाज के दरिंदो से बचाने और उन्हें आगे बढ़ाने का बेडा उठाया हैं वह है ऑक्सी हेल्थकेयर।
क्या हैं ऑक्सी हेल्थकेयर
ऑक्सी हेल्थकेयर स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक अग्रणी संस्था है जो लोगो के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखती है और समय-समय पर फ्री चिकित्सा शिविरों का आयोजन करती हैं और साथ ही "गर्ल डेवलपमेंट प्रोग्राम" चलाती है।
क्या हैं "गर्ल डेवलपमेंट प्रोग्राम"
भारत सरकार,विभिन्न राज्य सरकारों और विभिन्न संस्थाओं ने बेटियों के बेहतर भविष्य के लिये बहुत सारी योजनाये शुरू की हैं।इनमें से एक हैं ऑक्‍सी गर्ल डेवलपमेंट प्रोग्राम।इस प्रोग्राम के तहत बेटी का जन्‍म होने के तुरंत बाद उसके नाम पर 11 हजार रुपए बैंक मे जमा किये जाते हैं।
कंपनी बेटी के नाम पर सेविंग्‍स अकाउंट खुलवाती है और उसमें पैसे जमा करवाती है। इन पैसों को बेटी 18 साल के होने पर निकाल सकती है।
इसके अलावा कंपनी मां और बेटी के स्‍वास्‍थ्‍य की देखभाल करने की जिम्‍मेदारी भी लेती है।इस प्रोग्राम के तहत सस्था प्रत्येक साल 1 हजार करोड़ का बजट बनाती है।
यह एक सम्मान दे रहा हैं उन सभी माँ को जो बेटियों को जन्म तो देना चाहती है पर उनके अंधकारमय भविष्य के डर से पैदा नही होने देना चाहती।
ये सम्मान हैं उन बेटियो को जो जिंदगी की जंग जितना चाहती हैं।
कौन करे आवेदन
इस प्रोग्राम में सभी भारतीय महिलाये आवेदन कर सकती हैं लेकिन इसके लिये एक शर्त रखी गयी है जिसके अनुसार इस प्रोग्राम के तहत वही महिलायें आवेदन कर सकती है जो गर्भवती हो।फिर चाहे वो देश के किसी भी कोने से किसी भी धर्म,वर्ग,समुदाय से सम्बंधित हो।
ऐसे करें आवेदन
ऑक्‍सी गर्ल डेवलपमेंट प्रोग्राम में इस बेनेफिट को हासिल करने के लिए मां को प्रेग्‍नेंसी के दौरान ही खुद को रजिस्‍टर करना होगा।
बेटी पैदा होने के बाद कंपनी नवजात के स्‍वास्‍थ्‍य की जांच कराएगी।
इसके साथ ही जन्‍म प्रमाणपत्र का वेरीफिकेशन भी किया जाएगा।ये सब सफल होने के बाद कंपनी बेटी के नाम पर सेविंग्‍स अकाउंट खुलवाकर उसमें पैसे जमा कर देगी।
कहाँ होगा आवेदन
इसके लिये घर बैठे ही करना होगा आवेदन फिलहाल कंपनी के इस प्रोग्राम में आवेदन करने के लिए आपको मोबाइल ऐप का सहारा लेना पड़ेगा।
इसके लिए ऑक्‍सी हेल्‍थ ऐप डाउनलोड करना होगा।इस ऐप को डाउनलोड करने के बाद गर्ल चाइल्‍ड ऑप्‍शन पर क्लिक करें।
इस पर जाते ही आप गर्ल चाइल्‍ड डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत खुद को रजिस्‍टर कर सकते हैं।
इस प्रोग्राम के तहत कंपनी दो ऑप्‍शन देती है।इनमें से ही आपको एक चुनना होगा। पहला, बेटी के नाम पर एफडी और दूसरा मां व बच्‍चे (बेटा-बेटी) के स्‍वास्‍थ्‍य की पूरी देखभाल का जिम्‍मा उठाने का विकल्‍प मिलेगा।
विशेष-यह एक फ्री प्रकार की सेवा है जिसका कोई भी शुल्क लागू नही होगा।
Uttarakhand Unlimited की पूरी टीम  आप से एक सहयोग की उम्मीद करती है की जितना हो सके आप इस लेख को शेयर करे जिससे की एक नन्ही सी परी को एक ज़िंदगी मिल सके।
फिर से कोई बेटी कोख से मरने से बच जाये।
आप ये जानकारी सभी तक पहुँचायें ताकि बेटियो को बेहतर भविष्य मिल सके।

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